tag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post176596843140250534..comments2023-10-29T04:31:17.116-07:00Comments on पगडण्डी: गरीबों की पार्टी के धनकुबेर प्रत्याशीसुनील पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/00571786126716964233noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post-84162758808683936782009-04-24T05:29:00.000-07:002009-04-24T05:29:00.000-07:00लिखते रहें
शुभकामनाएंलिखते रहें<br />शुभकामनाएंरचना गौड़ ’भारती’https://www.blogger.com/profile/14295502379920849897noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post-20166860829511958482009-04-21T19:03:00.000-07:002009-04-21T19:03:00.000-07:00kya bat hai,narayan... narayan... narayankya bat hai,narayan... narayan... narayanगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post-88566365726665608702009-04-20T22:18:00.000-07:002009-04-20T22:18:00.000-07:00चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है ,लेखन के लिए ...चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है ,लेखन के लिए शुभ कामनाएं ............ज्योत्स्ना पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14491409510866077940noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post-68480768430863377582009-04-20T22:14:00.000-07:002009-04-20T22:14:00.000-07:00कहें कुछ भी लेकिन जब पैसा होगा तभी तो किसी पार्टी ...कहें कुछ भी लेकिन जब पैसा होगा तभी तो किसी पार्टी का टिकट मिलेगा..इसलिए ये दिखाया तो कम था होगा औऱ भी ज्यादा तभी तो चुनाव के लिए खड़े हैं...कानून के शिकंजे से बचने के लिए चुनाव में खड़े हैं क्योकि सीधे कामों से तो इतना पैसा बनाया नहीं जा सकता तो कालें तो सफेद करने का सबसे अच्छा तरीका है पार्टी फंड को रुप में दे दो और चुनाव में खड़े हो जाओ..बोलो जय नेता कीशशांक शुक्लाhttps://www.blogger.com/profile/00569926392676984136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9069535556932385911.post-72134467562747492632009-04-20T12:03:00.000-07:002009-04-20T12:03:00.000-07:00इसमें इन बेचारे करोड़पतियों का कोई दोष नहीं है । अब...इसमें इन बेचारे करोड़पतियों का कोई दोष नहीं है । अब जब बसपा का टिकट ही करोड़ों रूपयों में बुआ मायावती जी (उम्र की मजबूरी के कारण सुश्री मायावती जी को बहन नहीं कह पा रहा हंू) बेचती हैं, तो इसमें इन अरबपतियों का कोई कसूर नहीं हैं । शुक्र है कि बसपा का टिकट खरीदने वाला कोई तो निकला देश की राजधानी दिल्ली में । गरीब दलितों का उद्धार करने के लिए बुआ मायावती को अरबों रूपये का इंतजाम करना पड़ता है, जिससे कि वो अपने लिए हर चैराहे पर आलीशान मूर्तियां लगवा सकें। <br /><br />कृष्ण मोहन मिश्र<br />इलाहाबादकृष्ण मोहन मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14783932323882463991noreply@blogger.com