शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

दिल्‍ली.....दारू.....और डीएल

सावधान पीने वालों....
देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर अगर आप शराब पीकर अब भी गाड़ी चला रहे हैं या चलाने की कोशिश में हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि, अगला निशाना आप हो सकते हैं। दिल्ली परिवहन विभाग और यातायात पुलिस अब आपको किसी भी सूरत में छोड़ने के मूड में नहीं है। क्योंकि, पिछले सप्‍ताह एक दिन के आपरेशन ड्रंक एंड ड्राइव में पकड़े गए 301 पियक्कड़ों में से 150 ड्राइवरों पर आज गाज गिर गई। परिवहन विभाग ने डेढ़ सौ अंगूर की बेटी के आशिकों का ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) कैंसिल कर दिया। बाकी बचे ड्राइविंग लाइसेंस की जांच पड़ताल की जा रही है। बहुत जल्द उन्हें भी कैंसिल कर दिया जाएगा। इसके साथ ही विभाग ने पियक्कड़ों के खिलाफ जो योजना बनाई थी, उसे अमलीजामा पहना दिया। दिल्ली परिवहन विभाग देश का पहला ऐसा महकमा बन गया जिसने लोगों की शेफ्टी को ध्यान में रखते हुए इतना बड़ा कदम उठाया हो। भले ही यह कदम उसे अदालत के आदेश या सुझाव पर उठाने पड़ रहे हों, लेकिन है स्वागत योग्य। क्योंकि, राजधानी में आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सबसे अच्छा तरीका यही है। पियक्कड़ों की बदौलत ही सड़क दुर्घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। इनके खिलाफ कानूनन पहले भी कार्रवाई होती थी, लेकिन सिर्फ चालान या फिर जुर्माना। वह भी मात्र 2 हजार रुपए। रईसजादों के लिए यह छोटी बात थी, जिसकी वह परवाह नहीं करते। लेकिन अब वह नहीं बच पाएंगे। दिल्ली यातायात पुलिस और परिवहन विभाग प्रत्येक शुक्रवार और शनिवार की रात प्रमुख चौराहों पर एल्को मीटर लेकर उनका स्वागत करते मिलेगा। परिवहन विभाग की माने तो शराब पीएं जरूर लेकिन घर में बैठकर। अगर वह पीकर सड़क पर निकले तो दोबारा गाड़ी चलाने (ड्राइवरी) के लायक नहीं बचेंगे। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के सेक्शन 19 एवं केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1989 के सेक्शन 21 के तहत ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर उसे कैंसिल कर दिया जाएगा। इस संबंध में परिवहन आयुक्त आरके वर्मा की माने तो पहले चरण में 150 वाहन चालकों का डीएल कैंसिल कर दिया है। बाकी 151 की पड़ताल हो रही है, रिपोर्ट मिलते ही उसे भी रद्द कर दिया जाएगा। उनकी माने तो दर्जनों पकड़े भी जाते हैं और उनका चालान भी होता है, जुर्माना भी भरते हैं और शर्मिदा भी होते हैं, लेकिन मानता कौन है। क्योंकि, यह दिल्ली है। लेकिन अब चालान और जुर्माना लेंगे ही नहीं। सीधे डीएल जब्त कर लेंगे। डीएल नहीं तो गाड़ी होगी जब्त, दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर (ट्रैफिक) एसएन श्रीवास्तव की माने तो राजधानी में बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाई तो चालान नहीं होगा बल्कि गाड़ी ही बाउण्ड हो जाएगी। शराब पीकर पकड़े गए जिन लोगों का डीएल जब्त या कैंसिल हो रहा है, उनपर खास नजर रखी जाएगी। उनके वाहनों का खाका खींच लिया गया है, अगर वह कहीं भी नजर आते हैं तो गाड़ी हमेशा के लिए जब्त हो जाएगी।

परदेशियों व दूसरे राज्यों के पियक्‍कडो का भी डीएल होगा कैंसिल
दिल्ली परिवहन विभाग राजधानी वासियों के बाद अब अन्य राज्यों के लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। उसकी नजर में कानून सभी के लिए एक है। अगर वह दिल्ली की सड़कों पर शराब पीकर गाड़ी चलाता है तो बचेगा नहीं। वाहन चलाने का अधिकार उससे हमेशा के लिए छिन जाएगा। फिलहाल दिल्ली में तो वह गाड़ी नहीं ही चला पाएगा। दिल्ली परिवहन विभाग ने राजधानी में रहने वाले देश के अन्य प्रदेशों के लाखों लोगों को सलाह और चेतावनी दी है कि वह शराब पीकर गाड़ी न चलाएं। अगर वह पीकर सड़क पर निकले तो दोबारा गाड़ी चलाने (ड्राइवरी) के लायक नहीं बचेंगे। इसके लिए दूसरे प्रदेशों के नंबर वाले वाहनों पर भी विभाग पैनी नजर रखेगा। पीकर गाड़ी चलाने वाले ड्राइवरों पर जुर्माना 2000 रुपये है। यही कारण है कि एक-दो बार पकड़े जाने के बाद भी लोग नहीं मानते और फिर गलती कर बैठते हैं। इसलिए इस बार जुर्माना की रकम और चालान नहीं लिया जाएगा। मोटर वाहन अधिनियम 1988 के सेक्शन-19 एवं केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1989 के सेक्शन-21 के तहत दूसरे राज्यों के वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर उसे कैंसिल किया जाएगा। इस कानून के तहत डीएल कैंसिल करने का अधिकार उसी अथारिटी को है, जिसने लाइसेंस जारी किया होगा। जैसे दिल्ली में बने ड्राइविंग लाइसेंस को पकड़े जाने पर उसे कैंसिल करने का अधिकार दिल्ली परिवहन प्राधिकरण को होगा। इसी तरह जिस राज्य से ड्राइविंग लाइसेंस बना होगा, दिल्ली परिवहन विभाग उस संबंधित अथारिटी को जब्त किए गए डीएल को स्थगित करने के लिए रिकमेंट करेगा। किसी भी सूरत में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को छोड़ेंगे नहीं। दिल्ली यातायात पुलिस के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर ड्रंक एंड ड्राइव चलाएंगे। मौके पर एल्को मीटर की रिपोर्ट आते ही डीएल जब्त कर लिया जाएगा, क्योंकि राजधानी की सड़कों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो जाती हैं।